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आज के समय में सबसे महत्वपूर्ण चीज है पैसा और पैसा कमाने के सबसे प्रचलित माध्यम दो ही हैं- एक है नौकरी और दूसरा व्यापार। हर एक परिवार में कोई ना कोई व्यक्ति नौकरी या कारोबार से जरूर जुड़ा हुआ होगा। ये दोनों क्षेत्र ऐसे हैं जिनमें हर कोई सफल होना चाहता है क्योंकि इन क्षेत्रों में सफल होकर व्यक्ति संसार के समस्त भौतिक सुख प्राप्त कर सकता है। इसके लिए हर एक व्यक्ति अपनी समझ से कुछ ना कुछ उपाय जरूर करता है। इन उपायों में ज्योतिषीय उपाय सबसे ज्यादा कारगर माने जाते हैं।
आज के लेख में हम जानेंगे कि नौकरी व कारोबार में सफलता प्राप्त करने के लिए ज्योतिष में किस रत्न को सर्वाधिक उत्तम बताया गया है? इसके साथ ही यह भी जानेंगे कि ज्योतिष में बताए गए रत्न को किस विधि से धारण करना चाहिए जिससे वह रत्न अपना सम्पूर्ण फल दे सके।
वैसे तो ज्योतिष में बताए गए हर एक रत्न का अपना एक महत्व होता है लेकिन नौकरी और व्यापार में सफलता की दृष्टि से सर्वाधिक महत्वपूर्ण रत्न निम्नलिखित हैं-
- पुखराज रत्न
- नीलम रत्न
- पन्ना रत्न
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पुखराज रत्न के फायदे व पहनने की विधि-
पुखराज रत्न देवगुरु बृहस्पति का रत्न माना जाता है। बृहस्पति शिक्षा के कारक ग्रह हैं। इस रत्न को पहनने से पहले जन्म कुंडली में बृहस्पति की स्थिति जरूर देख लेनी चाहिए अन्यथा इससे नुकसान भी हो सकता है। नौकरी पाने के लिए शिक्षा का क्या महत्व है, ये बात हम सभी जानते हैं। पुखराज रत्न पहनने से जातक को शिक्षा के क्षेत्र में अत्यंत सफलता मिलती है जिससे उसे नौकरी प्राप्त करने व नौकरी के क्षेत्र में निश्चित रूप से सफलता मिलती है। नौकरी के अलावा पुखराज रत्न व्यापार के लिए भी लाभकारी माना जाता है। इससे पहनने से व्यापार में लाभ होता है।
पुखराज रत्न के सम्पूर्ण फल प्राप्त करने के लिए इसे सोने या पीतल की धातु के साथ पहनना चाहिए। दायें हाथ की पहली उंगली यानि तर्जनी उंगली , पुखराज रत्न पहनने के लिए सर्वाधिक शुभ मानी जाती है। वही अगर शुभ दिन की बात करें तो बृहस्पति का दिन रत्न धारण के लिए सर्वोत्तम माना गया है।
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नीलम रत्न के फायदे व पहनने की विधि-
नीलम रत्न शनि देव का रत्न माना जाता है। उद्योग क्षेत्र से जुड़े जातकों के लिए शनि का यह रत्न विशेष शुभ माना जाता है। लेकिन इस रत्न को पहनने से पहले जातक को अपनी जन्म कुंडली में शनि की स्थिति को अच्छे से समझ लेना चाहिए। जो जातक भूमि या भवन निर्माण कार्य से जुड़े हैं उनके लिए शनि का यह रत्न किसी अमूल्य निधि से कम नहीं कहा जा सकता है।
शनि देव के रत्न नीलम को पहनने के लिए स्वर्ण धातु या पंचधातु सबसे अधिक शुभ मानी गई है। इस धातु के साथ पहनने से इस रत्न का पूर्ण फल प्राप्त होता है। नीलम रत्न को हाथ की मध्यमा उंगली में पहनना शुभ माना जाता है। इसे पहनने के लिए ज्योतिष में शनिवार का दिन विशेष रूप से शुभ माना गया है।
पन्ना रत्न के फायदे व पहनने की विधि-
पन्ना रत्न बुध का रत्न माना जाता है। बुध बुद्धि व व्यापार के कारक ग्रह हैं। नौकरी हो या व्यापार, बुद्धि की आवश्यकता दोनों जगह समान रूप से होती है इसलिए पन्ना रत्न धारण करने से जातक को दोनों क्षेत्रों में समान रूप से सफलता मिलती है।
पन्ना रत्न को चाँदी के साथ पहनने से जातक सम्पूर्ण फल प्राप्त कर सकता है। इसे हाथ की सबसे छोटी उंगली में पहना जाता है। इसे पहनने के लिए बुधवार का दिन सर्वाधिक शुभ माना जाता है।
निष्कर्ष-
इस प्रकार से हमने नौकरी व कारोबार में सफलता के लिए ज्योतिष में बताए गए शुभ रत्नों का विस्तार से विश्लेषण किया।
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