वर्तमान में व्यक्ति का घर से ज्यादा समय अपने ऑफिस या दूकान पर बीतता है जहाँ वो अपने लिए और अपने परिवार के लिए खूब धन दौलत कमाने की कोशिश करता रहा है। वो अपना काम बहुत ईमानदारी से करते हैं, बहुत मेहनत करते हैं लेकिन फिर वो सफलता नही पा पाते। ऐसा इसलिए नही होता कि उनकी नियत में खोट है या वो पूरी शिद्दत से कोशिश नही कर रहे बल्कि ऐसा इसलिए होता क्योकि उनकी दूकान या ऑफिस में वास्तु दोष है। अपने देखा होगा कि हर ऑफिस में काम कर रहे लोगो का व्यव्हार, कुशलता अलग अलग होती है। जहाँ पर सारा ऑफिस बिखरा हुआ सा, गन्दा पड़ा रहता है वहां के लोगो के काम में और जहाँ पर सभी सामान सही जगह पर होता है और ऑफिस व्यवस्थित होता है वहां के लोगो के काम में बहुत अंतर होता है। वास्तु शास्त्र अनुसार ऑफिस का वास्तु सही होने से वहां काम करने वाले लोगो की कार्यक्षमता बहुत बढ़ जाती है और उस कंपनी को अपने काम में बहुत सफलता भी मिलती है।
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वास्तु अनुसार ऑफिस में कार्य करने से पहले ऑफिस के माहोल की जांच करना भी जरुरी है। व्यक्ति काम करते वक्त किस जगह और किस दिशा में बैठ रहा है इसका उसके काम पर प्रभाव पड़ता है। जहाँ आप काम करने बैठते हैं उस जगह से आपके घर की गली नही दिखनी चाहिए। अगर ऐसा होगा तो आपके विकास में बाधा आएगी। ये भी ध्यान रखे की गलियारे के सीध में बैठकर काम करना अशुभ होता है। यदि आप वास्तु अनुसार सही दिशा में बैठकर काम करेगे तो आपके काम में तरक्की मिलेगी। वास्तु के मुताबिक व्यक्ति का मुंह पूर्व या उत्तर या उत्तर पूर्व दिशा में होना चाहिए। वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार इन दिशाओं में बैठने से पदोन्नति मिलती है।
ऑफिस के केबिन में जहाँ बॉस बैठते हैं उसके पीछे की दीवार ठोस होनी चाहिए, लेकिन उस दिवार में कोई खिड़की नही होनी चाहिए, ऐसा होने से व्यक्ति के काम में दिक्कते आने लगती हैं। कभी भी उत्तर पश्चिम, दक्षिण, पश्चिम, दक्षिण पश्चिम स्थान पर बने बेसमेंट में ऑफिस नही होना चाहिए, ये अशुभ होता है।
जो व्यक्ति अपना स्वयं का बिज़नस चलाते हैं उन्हें अपने ऑफिस में पूर्व, उत्तर और उत्तर पूर्व दिशा की तरह मुंह करके बैठकर काम करना चाहिए। इस दिशा में बैठकर यदि वो काम करेगे तो उनको बहुत लाभ मिलेगा। सेल्स और मार्केटिंग वाले क्षेत्र में काम करने वाले लोगो को उत्तर-पूर्व दिशा की तरह अपना मुंह करके बैठना चाहिए। जो लोग एकाउंटिंग का काम करते हैं उन्हें दक्षिण पूर्व दिशा में मुंह करके बैठना चाहिए। डायरेक्टर्स, मेनेजर और एग्जीक्यूटिव का काम करने वाले लोगो को अपने ऑफिस में दक्षिण, दक्षिण पश्चिम,पश्चिम कोने में बैठकर काम करना चाहिए।
ऑफिस को सजाने के लिए और ऑफिस में उन्नति लाने के लिए महात्मा बुद्ध और एकुँरियम भी रखा जा सकता है। ऑफिस में फूल और पौधे भी लगाए जा सकते हैं इसे वातावरण में सकारात्मकता रहेगी। ऑफिस में सात घोड़े की पेंटिंग लगाना भी शुभ होता है। ऑफिस में हमेशा उत्तर पूर्व दिशा में पीने का पानी रखना चाहिए। पानी को धरती से ऊपर किसी स्थान पर रखना चाहिए।
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वास्तु अनुसार टेबल पर पेपर वेट उत्तर पूर्व दिशा में रखा जाना चाहिए। पानी की बोतल, कॉफ़ी या चाय उत्तर दिशा में रखना चाहिए।ऑफिस की सभी जरुरी बुक्स और फाइल्स दाई ओर रखना चाहिए। वास्तु अनुसार टेबल पर काले और लाल रंग की चीजे नही रखनी चाहिए।
ऑफिस के मेन दरवाजे पर लाइट ब्लू, काला और ग्रे रंग नही लगाना चाहिए। ये रंग ऑफिस में नकारात्मक ऊर्जा पैदा करेगे। ऑफिस में कभी भी गहरे और हरे रंग का इस्तेमाल करना चाहिए। ऑफिस के लिए क्रीम, सफ़ेद, पीला और हल्के रंग ही वास्तु अनुसार शुभ होते हैं।
वास्तु अनुसार ऑफिस में मंदिर अवश्य बनाना चाहिए क्योकि मंदिर एक पवित्र स्थान होता है जहाँ से सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित होती है। ऑफिस में मंदिर ईशान कोण में बनवाना चाहिए। ये दिशा बिज़नस को बढाने के लिए उपयुक्त और अनुकूल है। यदि ऑफिस में जगह की परेशानी है तो अप मंदिर उत्तर पूर्व दिशा में भी बनवा सकते हैं। इससे आपका व्यापार दिन रात आगे बढ़ता रहेगा। वास्तु अनुसार गणपति जी की मूर्ति को पूरे श्रधा से प्रवेश द्वार पर स्थापित करना चाहिए। ध्यान रहे मूर्ति की पीठ ऑफिस के मुख दरवाजे की तरफ होनी चाहिए। ऑफिस के मंदिर की भी रोज सफाई करे और हमेशा ताजे फूल अर्पित करे और धूप दें। आप ऑफिस में बुद्ध की प्रतिमा भी लगा सके हैं, ये भी वास्तु अनुसार शुभ है।
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