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आज के समय में रक्तचाप की समस्या बहुत आम हो गई है । प्रत्येक दूसरा व्यक्ति रक्तचाप की समस्या से ग्रसित है । किसी का रक्तचाप बढ़ा हुआ है तो किसी का सामान्य से कम है । दोनों ही स्थितियों में व्यक्ति को बहुत तकलीफ का सामना करना पड़ता है ।
आज के लेख में हम आयुर्वेद की मदद से रक्तचाप की समस्या का हल निकालने का प्रयास करेंगे । इसके लिए सबसे पहले हम जानेंगे कि रक्तचाप किन कारणों से घटता या बढ़ता है ? उसके बाद हम रक्तचाप को सामान्य रखने के लिए आयुर्वेद में बताए गए सरल उपायों को जानेंगे ।
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रक्तचाप क्या है ?
हमारे शरीर की रक्त धमनियों में बहने वाले रक्त द्वारा धमनियों की दीवारों पर पड़ने वाले दाब को ही रक्तचाप कहा जाता है । इस दाब के बढ़ने या घटने पर व्यक्ति को रक्तचाप की समस्या होने लगती है ।
रक्तचाप असामान्य होने के कारण -
रक्तचाप बढ़ने या घटने के आयुर्वेद में कई कारण बताए गए हैं , उनमें से कुछ प्रमुख कारण निम्नलिखित हैं -
- अगर किसी को हृदय या किडनी से संबंधित कोई बीमारी है तो इससे रक्तचाप की समस्या हो सकती है ।
- शरीर में अत्यधिक मोटापा बढ़ने से भी रक्तचाप की समस्या देखने को मिलती है ।
- सही समय पर खान-पान ना होने से भी रक्तचाप की समस्या जन्म लेती है ।
- जो लोग रात को देर तक जागते हैं और सुबह देर से सो कर उठते हैं , ऐसे लोगों को रक्तचाप की समस्या हो सकती है ।
- अगर किसी व्यक्ति का मन शांत नहीं है यानि व्यक्ति मानसिक तनाव में है , तो ऐसी स्थिति में भी रक्तचाप की समस्या हो सकती है ।
- अव्यवस्थित जीवन शैली भी रक्तचाप की समस्या का प्रमुख कारण होती है।
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रक्तचाप सामान्य रखने के सरल उपाय -
आयुर्वेद में रक्तचाप को सामान्य रखने के लिए कुछ बहुत सरल उपाय बताए गए हैं , जो निम्नलिखित हैं -
- रक्तचाप को सामान्य रखने के लिए सही समय पर सोना और सही समय पर जागना बहुत महत्वपूर्ण बताया गया है । आयुर्वेद में सोने के लिए सुबह 4 बजे तक के समय को अच्छा बताया गया है । अगर आप रात के 10 बजे सो जाते हैं और सुबह 5 बजे के आसपास उठ जाते हैं तो भी स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय लाभप्रद रहता है ।
- आयुर्वेद के अनुसार रात में देर से सोने पर व्यक्ति के शरीर में वात दोष और पित्त दोष में वृद्धि होती है । इसके अलावा अगर व्यक्ति सुबह देर से जागता है तो व्यक्ति के शरीर में कफ दोष भी बढ़ता है । शरीर में इन तीनों दोषों के बढ़ने से रक्तचाप की समस्या होना स्वाभाविक सी बात है । इसलिए सोने और जागने का विशेष ध्यान रखना चाहिए ।
- रक्तचाप की समस्या से बचने के लिए भोजन सही समय पर ग्रहण करना चाहिए । सुबह पेट साफ होने के बाद जब भूख लगे तब नाश्ता करना चाहिए । इसके बाद दोपहर का भोजन व रात्रि का भोजन पर समय पर ग्रहण कर लेना चाहिए । एक बार भोजन ग्रहण करके कुछ घंटों तक कुछ नहीं खाना चाहिए जिससे उस भोजन को पचने का पर्याप्त समय मिल सके । कभी भी भर पेट खाना नहीं खाना चाहिए ,पेट में थोड़ा सा स्थान हमेशा खाली रखना चाहिए ।
- रक्तचाप की समस्या से बचने के लिए खाने में नमक का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए ।
- मनोविकार भी रक्तचाप की समस्या का प्रमुख कारण होता है । इससे बचने के लिए प्रतिदिनयोग, ध्यान व प्राणायाम करना चाहिए ।
निष्कर्ष -
इस प्रकार से हमने रक्तचाप बढ़ने के प्रमुख कारणों व आयुर्वेद में रक्तचाप को सामान्य रखने के लिए बताए गए कुछ सरल उपायों का विस्तार से विश्लेषण किया ।
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