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आज के समय में बीमारियों की सूची लंबी होती जा रही है और हमें नई नई बीमारियों के नाम पता चल रहे हैं। ऐसे में हर कोई चाहता है कि वो पूरी तरह स्वस्थ रहे व हर तरह की बीमारी से दूर रहे। आयुर्वेद में ऐसे बहुत सारे प्राकृतिक पदार्थ बताए गए हैं जिनके औषधीय गुण हमें काफी बीमारियों से बचा सकते हैं।
आज हम ऐसी आयुर्वेदिक औषधि के बारे में बात करने जा रहे हैं जो हमारे बालों व त्वचा के लिए विशेष रूप से लाभकारी है। इसका नाम है-भृंगराज। आज के लेख में हम जानेंगे कि आयुर्वेद में भृंगराज के क्या क्या गुण बताए गए हैं? साथ ही यह भी जानेंगे कि भृंगराज शरीर के किन विकारों में सर्वाधिक लाभकरी माना गया है?
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भृंगराज के अन्य नाम -
भृंगराज के आयुर्वेद में कई नाम बताए गए हैं । कुछ प्रमुख नाम निम्नलिखित हैं -
- केश्य
- केशराज
- केश रंजन
- मार्कव
बालों से संबंधित समस्याओं में भृंगराज सर्वाधिक लाभकारी माना जाता है इसीलिए इसे केशराज व केश रंजन जैसे नाम दिए गए हैं।
आयुर्वेद में बताए गए भृंगराज के गुण-
आयुर्वेद में भृंगराज के निम्नलिखित गुण बताए गए हैं -
- भृंगराज शरीर को हल्का करने का कार्य करता है। रूक्ष गुण होने के कारण इससे शरीर में रूखापन भी देखने को मिलता है।
- भृंगराज के सेवन से हमारे शरीर में वात दोष व कफ दोष संतुलित रहते हैं ।
- भृंगराज के पत्ते, भृंगराज की जड़ें, भृंगराज के फूल, भृंगराज के फल व भृंगराज के बीज , इन सबका उपयोग औषधि बनाने में किया जाता है।
- भृंगराज का रस कई विकारों को दूर करने का कार्य करता है। इसका रस स्वाद में कड़वा होता है।
- भृंगराज के चूर्ण को आयुर्वेद में बेहद लाभकरी माना जाता है।
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भृंगराज से होने वाले लाभ-
आयुर्वेद में भृंगराज के कई लाभ बताए गए हैं । कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं -
- बालों से जुड़ी किसी भी समस्या के लिए भृंगराज को सबसे अधिक लाभकरी माना जाता है। बाल सफेद होना , बाल झड़ना , ये कुछ ऐसी समस्याएं हैं जिनमें भृंगराज चमत्कारिक फल प्रदान करता है। इसीलिए इसे केशवर्धक भी कहा जाता है।
- भृंगराज से बना हुआ तेल बालों में लगाने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं व इससे बाल लंबे समय तक काले रहते हैं।
- जिन लोगों को समय से नींद ना आने की समस्या है वो लोग भृंगराज के तेल की सिर पर मालिश कर सकते हैं । इससे नींद की ना आने की समस्या दूर हो सकती है। तेल के अलावा आप भृंगराज के रस से मालिश कर सकते हैं ।
- भृंगराज त्वचा के रंग को निखारने का भी कार्य करता है। इसका लेप लगाने से त्वचा का रंग एक समान हो जाता है।
- शरीर में कहीं पर हुए दाग धब्बों व घावों को भरने में भृंगराज अत्यधिक मददगार सिद्ध होता है।
- त्वचा से जुड़े संक्रमण को रोकने के लिए व दर्द कम करने के लिए भी भृंगराज औषधि के रूप में कार्य करता है।
- जोड़ों से संबंधित दर्द, कमर में दर्द में भी भृंगराज लाभकारी माना जाता है। वात दोष को कम करके ये वात संबंधित विकारों को शरीर से दूर करने का कार्य करता है।
- आँखों से जुड़ी समस्या होने पर भृंगराज का सेवन जरूर करना चाहिए । इससे आँखों की रोशनी बढ़ती है।
- भृंगराज शरीर के खून को स्वच्छ करने का कार्य करता है ।
- पाचन संबंधी विकारों के लिए भी भृंगराज मददगार माना जाता है।
निष्कर्ष-
आयुर्वेद में भृंगराज के बहुत सारे औषधीय गुण बताए गए हैं जिनका हमने आज के लेख में विस्तार से विश्लेषण किया।
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