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यदि आप मान्सिक तनाव से गुजर रहे है तो मान ले कि आपका चंद्रमा खराब है या कमजोर है। क्योंकि चंद्रमा मन का कारक होता है। चंद्र आपके शरीर मे मन है, यदि खराब हो तो मन मे खराब विचार आते है, नींद नही आती, सिर में भारीपन व टेन्शन बना रहता है तो आपका चंद्रमा कमजोर है।
चंद्रमा कमजोर होने से आपकी याददाश्त कमजोर हो जाती है |
जातक की अपराधी प्रवर्ति बन जाती है। चंद्र कमजोर होने से जातक के हाथ मे धन नही रुकता या वह धन को नष्ट कर देता है। यदि चंद्र के साथ राहु हो तो चंद्र को ग्रहण लग जाता है यदि केतु या शनि हो तो भी चंद्र ग्रहण होता है।
यदि चंद्र पर किसी क्रूर ग्रह की दृष्टि हो तो भी चंद्र ग्रह खराब हो जाता है। जातक सही फैसले नही ले पाता, उसे रात को नींद नही आती, चिंताग्रस्त रहता है। यदि जातक छात्र है तो पढ़ाई में मन केंद्रित नही होता और यदि चंद्र 6वे भाव, 8वे भाव एवम् 12 वे भाव मे स्थित है तो भी चंद्र खराब मनन जाता है।
8वे भाव मे चंद्र नीच का कहलाता है |
इस जातक रहस्यमयी होता है तंत्र मंत्र विद्या पर विश्वास करता है, उसकी सोच तर्कशील होती है इस जातक शोध जरूर करता है। यदि आपको नेत्र रोग, छाती के रोग, खांसी, जुकाम ,नजला हो तो मान लीजिए आपका चंद्र खराब है। चंद्र को अच्छे करने के उपाय:- रात्रि में चंद्र की वस्तुओं का सेवन न करे जैसी दूध , चावल । चांदी का एक चोकोर टुकड़ा अपने पास रखे। पानी का घूट पीकर काम पर जाए। वर्ष का पानी घर मे स्थापित करे।
रात को एक पानी का लोटा सिरहाने रखकर सोये और सुबह उसे कांटे वाले पौधे या कीकर के पेड़ में डाल दे।
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