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                    रत्नों की शृंखला में आज हम गोमेद रत्न के बारे में बात करने जा रहे हैं। रत्न धारण करने से जातक का केवल बाहरी सौन्दर्य नहीं बढ़ता है बल्कि उसके भाग्य में भी चार चाँद लग जाते हैं।
आज के लेख में हम जानेंगे कि गोमेद रत्न का स्वामी ग्रह कौन होता है? गोमेद रत्न किन जातकों को धारण करना चाहिए? गोमेद रत्न पहनने से जातक को क्या क्या लाभ होता है? गोमेद रत्न को किस धातु के साथ पहनना चाहिए? गोमेद रत्न को हाथ की किस उंगली में पहनना चाहिए? और अंत में यह भी जानेंगे कि गोमेद रत्न पहनने के लिए कौन सा दिन सर्वाधिक शुभ माना जाता है?
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गोमेद रत्न के स्वामी ग्रह-
गोमेद रत्न का स्वामी राहु ग्रह को माना जाता है। राहु हमारे जीवन के रहस्यों के कारक ग्रह हैं। राहु के द्वारा प्रदान किया गया फल जातक प्रथम दृष्ट्या जातक की समझ से परे होता है। इसीलिए राहु को समझ पाना बड़ी टेढ़ी खीर होता है।
गोमेद रत्न किन जातकों को पहनना चाहिए?
जिन जातकों की जन्म कुंडली में राहु की दशा खराब चल रही है जिसके चलते जातक को अपने जीवन में राहु से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो ऐसे जातक राहु के रत्न गोमेद को धारण कर सकते हैं। जिससे जातक की जन्म कुंडली में राहु स्थिति मजबूत होगी व जातक को राहु से शुभ फल प्राप्त होने लगेगा। लेकिन गोमेद रत्न धारण करते समय जातक को अपनी जन्म कुंडली में राहु की स्थिति का विश्लेषण अवश्य कर लेना चाहिए अन्यथा गोमेद रत्न जातक को फायदे की जगह नुकसान भी पहुँचा सकता है।
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गोमेद रत्न पहनने से होने वाले लाभ-
गोमेद रत्न पहनने से जातक को निम्नलिखित लाभ होते हैं-
 	- राहु रहस्य के कारक ग्रह हैं इसलिए ऐसे जातक जिनको कोई अनजाना डर सताता रहता है या फिर कोई राज जो जातक को बहुत परेशान कर रहा है, तो ऐसे जातकों को राहु का रत्न गोमेद अवश्य धारण करना चाहिए। राहु का रत्न गोमेद पहनने से जातक का डर कम होता है।
 	- अगर जातक की जन्म कुंडली में राहु की महादशा चल रही है तो ऐसे जातक के लिए गोमेद रत्न किसी वरदान से कम नहीं है। गोमेद रत्न पहनने से जातक की जन्म कुंडली में राहु की दशा में सुधार आता है जिससे जातक के जीवन में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलता है।
 	- जो जातक अपने लक्ष्य को लेकर बहुत स्पष्ट नहीं हैं या फिर वो आत्मविश्वास की कमी से जूझ रहे हैं, ऐसे जातकों के लिए गोमेद रत्न बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकता है। गोमेद रत्न पहनने से जातक को अपने विचारों व निर्णयों में स्पष्टता देखने को मिलेगी। इसके साथ ही गोमेद रत्न जातक के आत्मविश्वास में भी चमत्कारिक रूप से वृद्धि करेगा।
 	- जिन जातकों के हाथ के नाखूनों में किसी तरह की समस्या देखने को मिलती है, उन्हें उपचार के साथ साथ गोमेद रत्न पहनने से अत्यंत शीघ्रता से लाभ देखने को मिलेगा।
 	- अगर जातक किसी लाइलाज व पकड़ में ना आने वाली बीमारी का सामना कर रहा है तो गोमेद रत्न उसके लिए अत्यंत मददगार साबित हो सकता है।
 	- गोमेद रत्न किसी भी तरह की बुरी लत को छुड़ाने में भी बहुत मदद करता है।
गोमेद रत्न पहनने की विधि-
गोमेद रत्न को चाँदी धातु या पंचधातु के साथ पहनना शुभ माना जाता है। हाथ की मध्यमा उंगली में शुक्ल पक्ष के शनिवार को गोमेद रत्न धारण करने से जातक को इस रत्न का पूर्ण फल प्राप्त होता है।
निष्कर्ष-
इस प्रकार से हमने गोमेद रत्न के स्वामी ग्रह से लेकर इसे पहनने की विधि तक सभी बिंदुओं का विस्तार से विवेचन किया।
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