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जीवन में वास्तु का महत्व हम सब जानते हैं । हमारा घर हो, कार्यालय हो या दुकान, वास्तु का महत्त्व सभी जगह होता है। आज हम व्यापार में वास्तु किस तरह से काम करता है ,इस विषय पर बात करने वाले हैं । व्यापार करने वाले लोग अपना कार्यालय या दुकान बनाते हैं लेकिन इतना पैसा लगाने के बाद भी अगर आपको लग रहा है कि आपको अपने व्यवसाय से उचित लाभ नहीं मिल पा रहा है तो एक बार आपको अपनी दुकान या कार्यालय जो भी आपके पास है ,उसका वास्तु जरूर देख लेना चाहिए । बहुत बार ऐसा होता है कि हम अपने व्यवसाय में जी तोड़ मेहनत करते हैं लेकिन हमें हमारी मेहनत के अनुसार फल नहीं मिल पाता है । वहीं कोई अन्य व्यक्ति हमसे कम मेहनत करके भी हमसे अधिक लाभ कमा लेता है । अगर आप ऐसी स्थिति से गुजर रहे हैं तो आपको वास्तु से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बातें ध्यान रखनी चाहिए ।
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व्यापार में बढ़ोत्तरी के प्रमुख वास्तु सिद्धांत निम्नलिखित हैं -
1. पहला सिद्धांत उन लोगों के लिए है जिन्होंने अभी तक दुकान नहीं खरीदी या बनवाई है और व्यापार के लिए दुकान लेने या बनवाने का सोच रहे हैं । अपने व्यापार के लिए दुकान या कार्यालय बनवाने से पहले वास्तु का पहला सिद्धांत याद रखें। वास्तु का पहला सिद्धांत हैं कि व्यापार में अच्छा लाभ कमाने के लिए आपकी दुकान या कार्यालय का मुख सदैव उत्तर-पूर्व की ओर होना चाहिए । मुख का अर्थ है कि जब भी आप अपनी दुकान या कार्यालय से बाहर निकलें तो उत्तर-पूर्व की दिशा की ओर आपका मुख हो ।
2. वास्तु का दूसरा सिद्धांत उन लोगों के लिए जिनके पास व्यापार के लिए अपनी दुकान या कार्यालय है । अब अगर आपके पास पहले से दुकान या कार्यालय है और उसका मुख उत्तर-पूर्व दिशा की ओर नहीं है । ऐसी स्थिति में अगर संभव हो तो अपनी दुकान या कार्यालय के द्वार की दिशा बदल कर उत्त-पूर्व की ओर कर दें । यदि जगह की कमी या किसी अन्य वजह से दिशा बदलना संभव नहीं है तो चिंता करने की कोई बात नहीं है । दूसरा उपाय आप ये करें कि अपनी दुकान या अपने कार्यालय में उत्तर-पूर्व दिशा में छोटा सा पूजा स्थल स्थापित करें व उसमें गणेश जी व लक्ष्मी जी स्थापना करें । दुकान या कार्यालय खोलते ही सबसे पहले गणेश-लक्ष्मी की पूजा करें । आपकी दुकान के बाहर कितने भी ग्राहक खड़ें हो लेकिन आपको पूजा करने के बाद ही अपना काम शुरू करना है ।
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3. वास्तु के अनुसार अपनी दुकान या कार्यालय की साफ सफाई प्रतिदिन करें। कहा भी जाता है कि जिस जगह पर स्वच्छता होती है वहाँ पर देवता निवास करते हैं इसलिए प्रतिदिन झाड़ू लगाएं । झाड़ू लगाने के बाद इस बात का विशेष ध्यान रखें कि कूड़े को दुकान के सामने ना फेंकें । आसपास का कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो उसे भी वास्तु के इस नियम के बारे में बताकर जागरूक करें । कूड़ा फेंकने की सबसे उपयुक्त दिशा दक्षिण-पश्चिम बताई गई है । तो अपनी दुकान का कूड़ा दक्षिण पश्चिम में ही एकत्रित करें ।
4. इसके बाद आपको वास्तु की दिशा के अनुसार अपने बैठने की जगह निर्धारित करनी है । ध्यान रहे कि वास्तु के अनुसार आपके बैठने की सबसे शुभ दिशा उत्तर-पूर्व है । उत्तर-पूर्व दिशा की ओर मुख कर के बैठने से जो भी ग्राहक आपके पास आएगा वो सामान खरीदने के लिए ज्यादा मोल भाव नहीं करेगा ।
निष्कर्ष -
इस प्रकार से वास्तु के सिद्धांतों के अनुसार हमने जाना कि व्यापार में अधिक से अधिक लाभ कैसे कमाया जा सकता है । इन सभी नियमों का पालन करने से आपको व्यापार में निश्चित रूप से लाभ होगा ।
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