हरियाली तीज सावन मास के शुक्ल पक्ष के दो दिन बाद अर्थात तीसरे दिन पूरे मन और श्रधा से मनाई जाती है। ये त्यौहार महिलाओं द्वारा पूरे जोश और मन से मनाया जाता है। इस दिन सभी महिलाओं की सुन्दरता देखते ही बनती है। इस दिन उनके चेहरे पर अलग ही तेज होता है। ये त्यौहार सावन के मौसम में आता है और चारो तरफ हरियाली ही हरियाली होती है और पूरा वातावरण मिट्टी की मंद खुशबु से सुगन्धित हो जाता है। इस दिन महिलाएं झुला झूलकर ख़ुशी मनाती हैं।
सम्पूर्ण भारतवर्ष में हिन्दू महिलाएं इसे मनाती हैं। कई शहरों में इस दिन मेले लगते हैं और सांस्कृतिक जुलूस निकलते हैं। इस दिन माँ पार्वती का आशीष पाने के लिए महिलाएं व्रत रखती है। हर शादी शुदा महिला के लिए हरियाली तीज त्यौहार का महत्व होता है। ये पर्व महिलाओं की सुन्दरता, आकर्षण, प्रेम और फर्टिलिटी को दिखाता है। ये त्यौहार भोलेनाथ और माँ पार्वती से जुड़ा है।
इस तीज पर ज्योतिष से जुड़े कुछ परामर्श करना चाहते हैं तो हमारे अनुभवी ज्योतिष से संपर्क करे।
क्या आप ऑनलाइन सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषी की तलाश कर रहे हैं? हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषी द्वारा ज्योतिष परामर्श के लिए अभी संपर्क करें।
इस साल हरियाली तीज 31 अगस्त को है। इस दिन छुट्टी का दिन है अर्थात ये पर्व रविवार को आने वाला है।
हरियाली तीज का मुहूर्त 31 जुलाई प्रात: 2।29 मिनट से लेकर 1 अगस्त प्रात 4। 18 मिनट तक है।
हमारे ग्रंथो और शास्त्रों अनुसार हरियाली तीज का त्यौहार खुशियों की शुरवात और अच्छी सेहत के लिए मनाया जाता है। इस दिन शादीशुदा महिलाएं अपने पति परमेश्वर की सेहत और धन धान्य के लिए व्रत और प्रार्थना करती हैं। इस दिन कुवारी कन्याएं भी व्रत रखती हैं ताकि उन्हें माँ पार्वती और भोलेनाथ का आशीर्वाद मिले और उनका पति भी उनसे उतना ही प्रेम करे जितना माँ पार्वती को उनके पति अर्थात शिवजी करते है।अपने पति परमेश्वर की लम्बी उम्र की कामना करते हुए निर्जला अर्थात भोजन के साथ साथ बिना पानी पिए व्रत करती हैं। ज्योतिष शास्त्र में इस दिन का बहुत महत्व है क्योकि इसी नक्षत्र में माँ पार्वती और शिवजी का विवाह हुआ था और सम्पूर्ण संसार में हर चीज संतुलित और व्यवस्थित हुई थी।
यह भी पढ़ें:- वास्तु शास्त्र – जीवन में दुःख ले आएगी ये गलतियाँ, क्या आप भी ये गलतियाँ कर रहे हैं
हरियाली तीज की पूजन विधि
इस तरह हरियाली तीज की पूजा संपन्न होती है।
सर्वश्रेष्ठ वैदिक विज्ञान संस्थान (एस्ट्रोलोक) से ज्योतिष ऑनलाइन सीखें जहाँ आप विश्व प्रसिद्ध ज्योतिषी श्री आलोक खंडेलवाल से ज्योतिष सीख सकते हैं। इसके अलावा वास्तु पाठ्यक्रम, अंकशास्त्र पाठ्यक्रम, हस्तरेखा पढ़ना, आयुर्वेदिक ज्योतिष, और बहुत कुछ प्राप्त करें। निःशुल्क ऑनलाइन ज्योतिष पाठ्यक्रम उपलब्ध है।
यह भी पढ़ें:- जाने आपकी हथेली पर खिची ‘विवाह रेखा’ क्या कहती है