Views: 3883
बृहस्पति को समस्त ग्रहों में शुभ ग्रह माना गया है। इसी के साथ इसे ज्ञान, विवेक और धन का कारक माना जाता है । इस बात से यह स्पष्ट होता है कि अगर कुंडली में बृहस्पति उच्च एवं बली हो तो स्वाभाविक ही वह शुभ फल प्रदान करता है। यह बुद्धिमत्ता व सद्गुणों का विकास करता है। जीवन में यश-कीर्ति प्राप्त होती है। बृहस्पति अपनी दशा या अंतर्दशा दोनों में अच्छे फल प्रदान करता है। बृहस्पति आर्थिक उन्नती देने में सहायक बनता है। बृहस्पति को सत्वगुणी ग्रह माना जाता है। यह ज्ञान व भाग्य का प्राकृतिक स्वामी ग्रह भी माना जाता है। आजीविका का सम्बन्ध धन व आय से होता है। इस लिहाज से बृहस्पति का सम्बन्ध आजीविका स्थान यानी दसवें घर से होने पर शुभ फलदायी माना जाता है।
क्या आप ऑनलाइन सर्वश्रेष्ठ ज्योतिषी की तलाश कर रहे हैं? हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषी द्वारा ज्योतिष परामर्श के लिए
अभी संपर्क करें।
बृहस्पति का आजीविका से क्या सम्बन्ध है ?
आजीविका के विषय में बृहस्पति की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि दसवें घर में अगर बृहस्पति उच्च राशि में, मित्र राशि में अथवा स्वराशि में बैठा है तो आप जहां भी कार्य करेंगे आप कामयाबी हासिल कर सकते हैं। आपकी कुण्डली में बृहस्पति किस ग्रह के साथ बैठा है अथवा उनका सम्बन्ध किन ग्रहों से बन रहा है इस बात को ध्यान में रखते हुए अगर आप अपनी आजीविका का चयन करेंगे तो संभव है कि आप जल्दी और आसानी से कामयाबी और तरक्की की तरफ आगे बढ़ेंगे।
इस लेख में जानें नौकरी और व्यवसाय की दृष्टि से बृहस्पति एवं अन्य ग्रहों के सम्बन्ध के बारे में -
बृहस्पति व सूर्य का सम्बन्ध –
बृहस्पति व सूर्य का सम्बन्ध है तो आपको सरकारी क्षेत्र में अच्छा भविष्य बनाने का मौका मिल सकता है। अगर आप वकालत और कानून के क्षेत्र में पढ़ाई करेंगे तो आप जज अथवा सरकारी वकील बन कर अपना भविष्य सवार सकते हैं। राजदूत, जिलाधिकारी, शासनिक एवं प्रशासनिक पदों पर नौकरी पा सकते हैं। राजनीति में रूचि होने पर आपको सरपंच, मुखिया, मेयर एवं विधायक पद के लिए चुनाव लड़ना चाहिए।
यह भी पढ़ें:- जानें सबसे भाग्यशाली हस्त रेखा कौन सी है?
बृहस्पति व चन्द्र का सम्बन्ध –
दसवें घर में स्थित बृहस्पति का सम्बन्ध अगर आजीविका स्थान से है तो व्यावसायिक क्षेत्रों में आपको आपको अच्छी सफलता मिल सकती है। मिठाइयों का कारोबार एवं दूध व दूध से बने पदार्थों का कारोबार आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। आपके लिए खेती से सम्बन्धित कार्य भी लाभकारी हो सकते है। अगर आप व्यवसाय की बजाय नौकरी करना पसंद करते हैं तो सरकारी नौकरी पाने के लिए आपको प्रयास करना चाहिए। आप अगर मैरिज ब्यूरो का काम करते है तो उसमें भी सफलता प्राप्त कर पाएंगे।
बृहस्पति व मंगल का सम्बन्ध –
दशम भाव में बृहस्पति व मंगल का सम्बन्ध ज्ञान के साथ-साथ ऊर्जा व शक्ति भी देता है जिससे आप सेनाधिकारी बन सकते हैं। पुलिस, रेलवे एवं अग्निशमन विभाग में कार्य कर सकते हैं। धातु की मूर्तियों का काम एवं ज्वेलरी का व्यवसाय आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
बृहस्पति व बुध का सम्बन्ध –
कुंडली में अगर बृहस्पति के साथ बुध का सम्बन्ध बन रहा है तो आप कला के किसी क्षेत्र में अपनी आजीविका की तलाश कर सकते हैं। लेखन के अलावा प्रिंटिग प्रेस के काम में आपको कामयाबी मिल सकती है। आप चाहें तो प्रोफेशनल फोटोग्राफर बनकर ख्याति और धन कमा सकते हैं। नौकरी के लिहाज से आपके लिए इंश्योरेंस, बैंक की नौकरी एवं अकाउंटेंट का काम उत्तम रहेगा।
बृहस्पति व शुक्र का सम्बन्ध –
बृहस्पति एवं शुक्र ग्रह वैसे तो शत्रु ग्रह माने जाते हैं परंतु दोनों ही नैसर्गिक रूप से शुभ ग्रह हैं। अगर दसवें घर में दोनों ग्रहों के बीच सम्बन्ध का योग बन रहा हो तो, आपको कला जगत यानी फिल्म, स्टेज एवं टेलीविजन की दुनिया में प्रयास करना चाहिए। रेडियो जॉकी बनने हेतु भी आप कोशिश कर सकते हैं। व्यवसाय की दृष्टि से रेशमी वस्त्रों का कारोबार, फूलों का कारोबार एवं परफ्यूम का कारोबार आपके लिए फायदेमंद रहेगा।
बृहस्पति व शनि का सम्बन्ध –
आजीविका स्थान में बृहस्पति व शनि के मध्य सम्बन्ध होने से आजीविका की दृष्टि से खेती से जुड़ा कार्य आपके लिए फायदेमंद होगा। पशुपालन, किराना दुकान एवं गेहूं के व्यापार भी लाभदायक साबित हो सकते है। शिक्षा के क्षेत्र में भी आप सफल हो सकते हैं।
बृहस्पति व राहु का सम्बन्ध –
नवीन तकनीक एवं ऑटोमोबाइल से जुड़े कामकाज इन दोनों ग्रहों का दशम भाव से सम्बन्ध होने पर लाभकारी होत है। जीविका की दृष्टि से मुद्रा परिवर्तन एवं ज्योतिष का काम भी फायदेमंद साबित होते है ।
बृहस्पति व केतु का सम्बन्ध –
कुंडली के दसवें घर में बृहस्पति बैठा हो और साथ में केतु भी हो तो आजीविका के तौर पर कॉस्मैटिक्स का कारोबार करना आपके लिए योग्य है। दवाइयों का कारोबार एवं रसायन से सम्बन्धित काम भी उन्नति दे सकता है। अगर आपकी कुण्डली में इन दोनों ग्रहों की युति है तो आप गुप्तचर भी बन सकते हैं।
आप भी अपने ग्रहों की बृहस्पति के स्थान और दशा के सम्बन्ध के अनुसार अपने लिए नौकरी या व्यापार चुन सकते है। आप अपनी कुंडली का विश्लेषण हमारे विशेषज्ञों से करवा सकते है।
हमारे प्रशिक्षित विशेषज्ञों से अपनी कुंडली के विश्लेषण के लिए संपर्क करें।
सर्वश्रेष्ठ वैदिक विज्ञान संस्थान (
एस्ट्रोलोक) से ज्योतिष ऑनलाइन सीखें जहाँ आप विश्व प्रसिद्ध
ज्योतिषी श्री आलोक खंडेलवाल से ज्योतिष सीख सकते हैं। इसके अलावा वास्तु पाठ्यक्रम, अंकशास्त्र पाठ्यक्रम, हस्तरेखा पढ़ना, आयुर्वेदिक ज्योतिष, और बहुत कुछ प्राप्त करें।
निःशुल्क ऑनलाइन ज्योतिष पाठ्यक्रम उपलब्ध है।
यह भी पढ़ें:- वास्तु के ये नियम देंगे व्यापार में रातों रात सफलता !