Views: 669
मांगलिक योग
मांगलिक योग तब माना जाता है, जब मंगल लग्न कुंडली में पहले, दूसरे, चौथे, सातवे, आठवें और बारहवें भाव में बैठा हो | इन भावों में ही क्यों मंगल के बैठने से मांगलिक दोष या योग माना जाता है क्योंकि इन भावों से विवाह के सप्तम भाव और वैवाहिक सुख और ससुराल के अष्टम भाव के परिणामों को या तो इन भावों पर बैठकर या दृष्टि से मंगल इन सब चीजों को प्रभावित करता है |
यह भी पढ़ें:- जानिए कैसे आपकी कुंडली में बुधादित्य योग से धन, बुद्धि, पद और सम्मान का लाभ होता है?
मंगल योग या दोष आजकल सबसे ज्यादा प्रचलित है | लोग इसकी पूजा भी कराते है | ज्योतिष के अन्य सिद्धांत से इस योग को भंग करने की बात कहते है लेकिन सच्चाई यह है कि मांगलिक योग का प्रभाव जीवन भर रहता ही है आप कितने भी पापड़ बेल लो | मेरे अनुभव से सबसे अच्छा यह रहेगा कि आप मांगलिक से ही शादी करे,इससे जीवन मधुर तरीके से यापन होगा | फिर भी मंगल के आक्रमक स्वाभाव से जातक लड़ेगे जरूर लेकिन जुड़ा नहीं होंगे | ऑनलाइन ज्योतिष सीखना चाहते हैं? आप सही जगह पर आए है।
हमारा ‘ज्योतिष मुफ़्त पाठ्यक्रम आपको वह सब कुछ सिखाएगा जो आपको ज्योतिष, राशियों और ग्रहों की चाल के बारे में जानने की जरूरत है। क्या आप और जानने के लिए तैयार हैं? विश्व विख्यात ज्योतिषी श्री आलोक खंडेलवाल से यहां जानें ज्योतिष शास्त्र। एस्ट्रोलाजर – ममता अरोरा
मंगल दोष का पता लगाने और मंगल या मांगलिक दोष के दुष्प्रभाव को कम करने के उपाय पाने के लिए आप एजस्ट्रोलार ममता अरोरा से भी सलाह ले सकते हैं। वह 2017 से एक विशेषज्ञ ज्योतिषी और वास्तु विशेषज्ञ हैं।
यह भी पढ़ें:- शनि दंड के नही बल्कि न्याय का देवता हैं।